हत्या के मामले में बीटेक के छात्र को मुठभेड़ में मारी गोली 12 पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

ग्रेटर नोएडा। डॉ. सतीश शर्मा जफराबादी। हत्या के मामले में आरोपी बताकर बीटेक के छात्र को गोली मारने के आरोप में पुलिस कमिश्नरेट गौतम बुध नगर की जेवर कोतवाली के तत्कालीन एसएचओ सहित 12 पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से विभाग में हड़कंप मच गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बीटेक के छात्र को फर्जी मुठभेड़ में गोली मारने के आरोप में न्यायालय के आदेश पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ मंगलवार को मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मथुरा के कदम्ब विहार निवासी तरुण गौतम का आरोप है कि चार सितंबर 2022 को बिना नंबर की दो कार उनके घर पर आई। कारों से उतरे लोगों ने उनसे बेटे सोमेश गौतम के बारे में पूछा। इस पर उन्होंने बताया कि वह कोटा राजस्थान से बीटेक कर रहा है और दिल्ली में तीन महीने के लिए कोचिंग के लिए गया है। यह बताने पर कारों से आए लोगों ने उसके साथ मारपीट की और जबरन कार में बैठाकर अपने साथ ले गए।
पीड़ित तरुण गौतम के अनुसार, देर रात वह उसे लेकर सोमेश के दिल्ली स्थित कमरे पर पहुंचे और वहां उससे मारपीट कर गाड़ी में डाल लिया। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। दिल्ली से लाने के बाद सोमेश को जेवर थाने में रखकर मारपीट की गई और करंट लगाया गया। फिर पुलिस ने छह सितंबर 2022 की रात में मुठभेड़ दिखाते हुए सोमेश को गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया और उससे एक बाइक और पिस्टल भी बरामद दिखा दी। उन्हें धमकी दी गई कि यदि किसी को कुछ बताया तो जान से मार देंगे।
बेटे के साथ मुठभेड़ के बाद उन्हें भी छोड़ने के लिए एक लाख रुपये मांगे गए। रुपये लेने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया। बेटे पर बाद में गैंगस्टर ऐक्ट की धारा भी लगा दी गई। पिता का आरोप है कि बेटे की जमानत कराने और उसका इलाज कराने के बाद वह लगातार इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रयास करते रहे, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।
न्यायालय में फुटेज भी जमा कराई
सीजेएम कोर्ट ने इस मामले में 14 फरवरी 2025 को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। न्यायालय ने आदेश में लिखा था कि विपक्षी लोकसेवक है। इसके चलते केस दर्ज करने से पहले पुलिस कमिश्नर से अनुमति प्राप्त करना अति आवश्यक है। कमिश्नर से अनुमति मिलने के बाद मंगलवार को इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। पिता तरुण गौतम ने न्यायालय में छात्र को दिल्ली से पुलिस द्वारा पकड़कर हिरासत में लेने की सीसीटीवी फुटेज भी जमा कराई थी।
मामले में पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज हुआ है। पूर्व में वादी की ओर से दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में भी प्रार्थनापत्र दिया गया था, लेकिन वहां खारिज हो गया। मुकदमे में नामजद कई पुलिसकर्मी इस समय जिले से बाहर हैं। सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। अन्य जानकारी भी जुटाई जा रही हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
–साद मियां खां, डीसीपी ग्रेटर नोएडा
ये था मामला
नीमका गांव में एक सितंबर 2022 को हिस्ट्रीशीटर नागेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। नागेश को सुंदर भाटी गिरोह का सदस्य बताया गया था। नागेश के भाई ने नीमका गांव निवासी चमन, देवराज, उमेश को नामजद कर कुल 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसी हत्याकांड में सोमेश को भी आरोपी बताया गया। पुलिस ने चमन, सोमेश गौतम, प्रवीण, दिलीप, जितेंद्र विजय विकास पर गैंगस्टर लगाया था।
इनके खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज
जेवर के तत्कालीन थानाध्यक्ष अंजनि कुमार, उपनिरीक्षक राकेश बाबू, उपनिरीक्षक अनिरूद्ध यादव, उपनिरीक्षक चांदवीर सिंह, उपनिरीक्षक शरद यादव, उपनिरीक्षक सन्नी कुमार, उपनिरीक्षक नीलकांत और कांस्टेबल सोहित कुमार, भूरी सिंह, जयप्रकाश, नौस कुमार और छीतर सिंह।
साभार-हिंदुस्तान